फिर एक बार सुदामा …!
May 2, 2023
फिर एक बार सुदामा अपने चावल लेकर आ पहुंचा द्वारका .. उसका नगर देखकर दांग रहना लोगोंका उसपर हँसना बिलकुल वैसाही जैसे पहले हुआ था .. वह दरबारमें आया , सिंघासन पर कृष्ण था ही नहीं..; मदांध सत्ता का जहरीला पुत्र -अहंकार बैठा था.. बचा था तो सिर्फ कालयवन की क्रूरता और कालिया का कालकूट जहर..! अब वो देखो वहां सुदामा पड़ा है अहंकारसे लात खाकर उस कोने में . और अपनेही चावल खा रहा हैं, अपने ही आसुओंके साथ…….! —–संजय बोरुडे .